गलियाँ
गलियों से गले मिलती गलियाँ हैं गलियाँ ही गलियाँ हैं गलियाँ दर गलियाँ हैं और गलियों में महकती हुई पूरी एक दुनिया है तो गली हाफिज़ बन्ने वाली गली हाकिम जी की गली सुर्ख पोशां वाली गली मीर दर्द वाली गली मैगजीन वाली तख्त वाली , जूते वाली गली गुल - पहाड़ी इमली गली गदहे वाली गली बजरंग बली गली आली वाली गर्मी वाली जाड़े वाली गली है अखाडे वाली तो गलियाँ ही गलियाँ हैं गलियाँ दर गलियाँ हैं और गलियों में महकती हुई पूरी एक दुनिया है तो इस गली का हाथ थामे दूजी गली चली गई उस गली से गले मिलने उस गली ने इस गली के सर पर हाथ फेरा पहली ने पाँचवीं के कान पकडे छठवीं ने सातवीं के पाँव छुए ग्यारहवीं ने बारहवीं का फूला हुआ पेट ही टटोल लिया ये गली अगली के घुटने के दर्द पर बँध गयी और ख़त्म हो गयी और ये है कि सीना चीरे , माथा चूमे , हाथ भी मिलाती हुई निकल गयी कई और गलियों से बहुत दूर चितली कबर के बाज़ार में सौदा लेने तो गलियों के सर माथे गर्दन ...
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